सोमवार, 17 मई 2021

विश्व हिंदी सम्मलेन में पहली बार बाल साहित्य का उदघोष


    16 सितम्बर 1999 को लंदन में आयोजित छठे  विश्व हिंदी सम्मलेन में पहली बार  बाल साहित्य का उदघोष हुआ था. भारत से बाल साहित्य समीक्षा, मासिक के सम्पादक डॉ. राष्ट्रबंधु ने सम्मेलन में बाल साहित्य पर नियमित सत्र रखने की मांग की थी, जिसे स्वीकार किया गया और बाद में प्रतिवर्ष बाल साहित्य पर गंभीर  विमर्श एक परम्परा बन गयी. 


सर्वश्री  केसरी नाथ त्रिपाठी, डॉ. नामवर सिंह, अशोक चक्रधर, कन्हैया लाल नंदन, सरोजनी प्रीतम इत्यादि इस सम्मेलन के विशेष 
अभ्यागत थे. 

    'हिंदी और भावी पीढ़ी' विषय पर विशेष सत्र में कृष्णा पांडेय, डॉ. कृष्ण कुमार, कुंवर बैचैन, कल्पना शर्मा, अमरनाथ शुक्ल, डॉ. राष्ट्रबंधु, ओ पी सचदेव, चित्रा मुद्गल इत्यादि  ने अपने विचार व्यक्त किये थे.

प्रस्तुति : नागेश पांडेय 'संजय'                                                                        संदर्भ 👉


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